Friday, November 10, 2023

दीप जलाओ

दीप जलाओ 

 'दीप जलाओ ' कविता पर टिप्पणी लिखें   |

उत्तर :

 दीप जलाओ 

 हिंदी के प्रमुख कवि श्री. त्रिलोचन के द्वारा लिखा हुआ एक सुंदर कविता है 'दीप जलाओ' | इस कविता से कवि हमसे बुराई, शत्रुता ,अहंकार, अन्याय, छल आदि बुरी भावनाएं को छोड़ने की कहते हैं। कवि के मत में ये सब मन के बंधन हैं | हम जरूर इनसे मुक्त करना चाहिए |

कवि कहते हैं कि स्नेह अतुल धन है | स्नेह गीतों को लहराकर हम्हें इस धरती को धन्य बनाए | कल तक के कर्मयोग को हम भूलें | जीवन रूपी फुल अपनी सुगंध फैलाएं | आकाश के छोटे-छोटे तारे भी अपने दुर्बल ज्योति पसारे | हम्हें अंदकार को हार नहीं सकते| लेकिन स्नेहा रूपी ज्वाला से  हम्हें सबके मन में खुशी बनाये सकते |इस कविता के माध्यम से कवि सभी से प्यार करने और हमेशा दूसरों के बीच खुशियाँ बांटने का एक अच्छा संदेश देता है।

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