Thursday, April 6, 2023

SSLC HINDI आई ऍम कलाम के बहाने

 1. गांव के स्कूल में मिहिर का मित्र कौन था?

उत्तर :

मोरपाल

2. क्लास की दरीपट्टी पर मिहिर और मोरपाल की बैठने की जगहों साथ ही थी |  इसकी वजह क्या थी ?

उत्तर :

 उन दोनों का नाम का पहला अक्षर मिलने की वजह से |

3. ‘हमारा सौदा था खेल घंटी में खाने की अदला-बदली का।’ इस तरह की अदला-बदली से हम क्या समझ सकते हैं? 

उत्तर:

बच्चों के बीच ऊँच-नीच या अमीर - गरीब का कोई भेद-भाव नहीं होता है । वे वे खाते और खेलते समय सब कुछ दूसरों के साथ साझा करना चाहते हैं | बच्चों के इस अदला-बदली से उनकी मानवीयता और प्यार का बोध मिल जाता है।

4. ‘हमारा सौदा था खेल घंटी में खाने की अदला-बदली का।’ - यह -अदला-बदली किसके बीच हो रहा था?

उत्तर :

 मिहिर और मोरपाल के बीच में

5. मिहिर और मोरपाल के बीच में हुआ सौदा क्या था?

उत्तर :

खेल घंटी में खाने का अदला-बदली का | यानी मिहिर के टिफिन के राजमा चावल मोरपाल को देता है और मोरपाल के घर से लाया  छाछ का टिब्बा मिहिर को देता है |

6. मोरपाल और मिहिर ने खाने का अदला - बदली कब किया ?

उत्तर :

खेल घंटी में

7. छाछ किसकी कमजोरी है?

उत्तर :

मिहिर की

8. मोरपाल से मिलने से पहले मिहिर को किसके बारे में कतई अंदाजा नहीं था?

उत्तर :

मिहिर को यह अंदाजा नहीं आया कि उनके जैसे लोगों के लिए एक साधारण भोजन राजमा चावल, मोरपाल जैसे कई लोगों के लिए बहुत खास था।

9. मोरपाल का घर स्कूल से कितने दूर था ?

उत्तर :

 पंद्रह किलोमीटर 

10. मोरपाल रोज़ घर से स्कूल के लिए कैसे आता था ?

उत्तर :

साइकिल चलाकर |

11.मोरपाल में ऐसा क्या बात था जो मिहिर को अब तक न समझ पाया ?

उत्तर :

बात यह है कि मोरपाल कैसे उस छाछ के टिब्बे को रोज़ पंद्रह किलोमीटर बिना ज़रा भी छलकाए लिए अपनी साईकिल पर लाता था |

12."मैं स्कूल जाने में रोया करता |"- यह किसका कथन है?

उत्तर :

मिहिर का

13. स्कूल जाने से बचने के लिए कौन रोज़ नए बहाने बनाया करता ?

उत्तर :

मिहिर

14. मिहिर क्यों रोज़ नए बहाने बनाया करता?

उत्तर :

स्कूल जाने से बचने केलिए |

15. तेज़ बारिश के दिनों में स्कूल को छुट्टी मिलने पर मिहिर ने क्या करेंगा ?

उत्तर :

 घर में नाचा करता था |

16. "रविवार की छुट्टी का दिन उनके लिए हफ्ते का सबसे बुरे दिन हुआ करता |"- किन के लिए ?

उत्तर :

मोरपाल और उसके जैसे मिहिर के कई और साहपाठी केलिए |

17 स्कूल के नीली - खाकी यूनिफॉर्म को पहनना कौन हमेशा टाला करता था ?

उत्तर :

मिहिर

18. कौन शादी में भी नीली - खाकी स्कूल यूनिफॉर्म पहनता था ?

उत्तर :

मोरपाल

19. मोरपाल क्यों शादी में भी स्कूल की नीली-खाकी यूनिफार्म  पहनता था?

उत्तर :

 उसके पास यूनिफॉर्म के अलावा कोई दूसरी  अच्छा कपड़ा नहीं था |

20. स्कूल में बिताए समय किसको बचपन का सबसे खराब समय समझा करता था?

उत्तर 

मिहिर को 

21. 21. किस के लिए स्कूल में बिताने समय  जीवन के सबसे अच्छा समय होता था ?

उत्तर :

मोरपाल केलिए 

22. मोरपाल क्यों स्कूल जाने को  उतनी पसंद करता था ?

उत्तर :

स्कूल में बिताया गया समय उस केलिए घर की कमरतोड़ मेहनत और खेत-मजूरी से बचने और एक बच्चे की तरह जीने का एकमात्र मौका था |  इसीलिए वह रोज स्कूल जाना पसंद करता था  |

23. कौन अपने पसंद के बड़े शहरों के बड़े बाजार से बेहतर कपड़े खरीदा था ?

उत्तर :

मिहिर

24. कौन सी फिल्म देखते तो मिहिर को अपने बचपन बहुत याद आया?

उत्तर :

 नीलमाधव पांडे की 'आई एम कलाम' 

25. नीलमाधव पांडे की 'आई एम कलाम' फिल्म देखते हुए मिहिर को उसका बचपन क्यों बहुत याद आया?

उत्तर :

क्योंकि यह फ़िल्म भी विलोमों के बारे में बात करती है जिनसे मिहिर के बचपन के सब किस्से बने है |जैसे बचपन में अमीर मिहिर और गरीब मोरपाल दोस्त बनते हैं, वैसे ही इस फिल्म में अमीर रणविजय और गरीब छोटू दोस्त बनते हैं।

26. इस फिल्म का नायक कौन है ? वह कहां काम करते हैं ?

उत्तर :

 इस फिल्म का नायक कलाम या छोटू है | वह एक चाय की दुकान में काम करता है  |

27. फिल्म में कौन स्कूल जाने की कतई पसंद नहीं है और परीक्षा को डरता है ?

उत्तर :

रणविजय

28. "इतनी सारी किताबें! काए की है ?" यह किसने किससे पुछा?

उत्तर :

छोटू ने  रणविजय से

29. आपको गुड़ सवारी आती है ?" यह किसने किससे पुछा?

उत्तर :

रणविजय ने छोटू से

30.किसको ऊंट की दवा करने की आती है?

उत्तर :

छोटू को

31. हमनाम शब्द का मतलब क्या है ?

उत्तर :

सामान नामवाला

32. छोटू को अपनी मंजिल मिलती है | उसकी मंजिल क्या थी?

उत्तर :

स्कूल जाना और टी वि में देखे लंबे बालों वाला राष्ट्रपति कलाम जैसे एक महान व्यक्ति बनना |

33. छोटू का सपना क्या है?

उत्तर :

स्कूल जाना और टी वि में देखे लंबे बालों वाला राष्ट्रपति कलाम जैसे एक महान व्यक्ति बनना |

34. "मेरे लिए 'कलाम' की कहानी सौ में एक ही कहानी है |"- मिहिर ने ऐसे क्यों कहा ?

उत्तर :

फ़िल्म में नायक 'कलाम' अपना सपना  साकार किया है | वह दिल्ली पहुँचता है और उसे अपने पसंद के स्कूल में पड़ने के मौका भी मिलता है | लेकिन असली जिंदगी में मिहिर का मित्र मोरपाल स्कूल आठवीं के बाद छूट जाता है और वह अपने पिता की तरह खेत - मजूरी करता है |इसलिए लेखक ने ऐसा कहा |

35. ‘बाकी निन्यानवे कहानियों को कभी भूलना नहीं चाहिए जो हमारे बचपनों में है। – लेखक ने ऐसा क्यों कहा है?

उत्तर :

फ़िल्म में नायक 'कलाम' अपना सपना  साकार किया है | वह दिल्ली पहुँचता है और उसे अपने पसंद के स्कूल में पड़ने के मौका भी मिलता है | लेकिन असली जिंदगी में मिहिर का मित्र मोरपाल स्कूल आठवीं के बाद छूट जाता है और वह अपने पिता की तरह खेत - मजूरी करता है |इसलिए लेखक ने ऐसा कहा |

36. ‘लेकिन छोटू सिर्फ छोटू होकर नहीं जीना चाहता’ – इससे आपने क्या समझा?

उत्तर : 

स्कूल जाना और टीवि में देखे लंबे बालों वाला राष्ट्रपति कलाम जैसे एक महान व्यक्ति बनना है छोटू का सपना | इसे साकार करने की वह अपने नाम भी 'कलाम' रखा है | असलियत में टाणी पर काम करने वाले और बच्चों की तरह उसे भी सब छोटू कहते है | लेकिन छोटू उस चाय की दुकान में हमेशा काम करना नहीं चाहता है | वह अपना भविष्य उज्जवल बनना चाहता है |

37. छोटू खुद ही अपना नाम 'कलाम' क्यों रख लेता है?

उत्तर :

स्कूल जाना और टीवि में देखे लंबे बालों वाला राष्ट्रपति कलाम जैसे एक महान व्यक्ति बनना है छोटू का सपना | इसे साकार करने की वह अपने नाम भी 'कलाम' रखा है | असलियत में टाणी पर काम करने वाले और बच्चों की तरह उसे भी सब छोटू कहते है | लेकिन छोटू उस चाय की दुकान में हमेशा काम करना नहीं चाहता है | वह अपना भविष्य उज्जवल बनना चाहता है |

38. छोटू किसकी चाय की थड़ी पर काम करता है?

उत्तर :

भाटी सा की

39. छोटू का मालिक कौन है?

उत्तर :

भाटी सा 

40. भाटी सा क्यों छोटू को वाहवाही करता है |

उत्तर :

छोटू के हाथ में बनायी चाय में जादू है | उसकी यह कलाकारी की ही भाटी सा वाहवाही करता है |

41. छोटू कहाँ से आए है?

उत्तर :

जैसलमेर के किसी सुदूर देहात से |

42. छोटु काम करना जगह कैसी है?

उत्तर :

जगह ऐसी है कि वहाँ विदेशी टूरिस्ट बहुत आते हैं |

43. कलाम सीखने में कैसा है ?

उत्तर :

कलाम सीखने में तेज़ है |

44. छोटू कैसे लूसी मैडम का दिल जीत लेता है?

उत्तर :

कलाम झट से उनकी बोली सीख जाता है और इससे लूसी मैडम का दिल जीत लेता है |

45. लूसी मैडम छोटू को क्या वादा करती है?

उत्तर :

छोटू को अपने साथ दिल्ली लेकर जाएँगी |

46. कलाम यानी छोटू क्यों दिल्ली जाना चाहता है |

उत्तर :

दिल्ली में राष्ट्रपति डॉ.कलाम हैं , जिनसे मिलकर हमारा 'कलाम' को कुछ कहना है | 

47. स्कूल में भाषण देने के लिए कहने पर रणविजय परेशान क्यों हो जाता है?

  उत्तर:

  क्योंकि उसको हिंदी अच्छी तरह नहीं आती।

48. रणविजय को परेशान होने देखकर छोटू उसे कैसे मदद किया?

उत्तर :

छोटू झट से हिन्दी में एक अच्छा सा भाषण लिख और रणविजय को दिया | इसलिए रणविजय प्रथम पुरस्कार पाता है |

49. राणा सा के कारिंदे कलाम के घर तलाशने के बाद क्या हुआ?

उत्तर :

 वहां से रणविजय का कुछ सामान मिला और कलाम पर चोरी का आरोप लगाया।

50. लेकिन कलाम फिर कलाम है’ – लेखक के इस प्रस्ताव पर चर्चा करें।
उत्तर:

कलाम एक ईमानदार और अपने दोस्ती पर मूल्य रखनेवाले है | उस झूठे आरोप के सामने भी अपनी दोस्ती का प्रण नहीं तोड़ता | कलम जानता है की अगर वह उन दोनों की दोस्ती के बारे में कहने तो, राणा कुँवर रणविजय को भी सजा देगा | इसलिए वह चुपचाप सब कुछ सह किया |

51. फ़िल्म के अंत में नायक कलाम कहाँ गया?

उत्तर :

दिल्ली

52. फिल्म के अंत में कलाम क्यों दिल्ली गया ?

उत्तर :

उसकी चिट्ठी  सीदे उसके  हमनाम डॉक्टर कलाम को खुद देने केलिए |


53. मिहिर और मोरपाल के जीवन अनुभवों के आधार पर टिप्पणी लिखें।

उत्तर :

मिहिर और मोरपाल : समाज के दो पहलू

 'आई एम कलाम के बहाने' लेख में मिहिर और मोरपाल के माध्यम से समाज के दो अलग - अलग पहलूओं को हमारे सामने पेश किया गया है | यहाँ मोरपाल एक गरीब परिवार की लड़का है | उसके लिए घर में कोई सुविधा नहीं है, फिर भी वह पढ़ना चाहता है | बल्कि मिहिर केलिए सुविधा होते हुए भी स्कूल जाना पसंद नहीं करता |

 मोरपाल ने लाया गया छाछ, मिहिर केलिए एक कमजोरी था | उसी तरह मिहिर ने लाया राजमा मोरपाल को बहुत खास था | क्योंकि उसने पहले कभी ऐसी खाना देखा ही नहीं। इसलिए तो उन दोनों के बीच में एक सौदा हुआ था कि खेल घंटी में खाने का अदला बदली का |

 मोरपाल बिना नागा रोज़ स्कूल आता था। रविवार की छुट्टी का दिन उसके लिए हफ़्ते का सबसे बुरा दिन था। बल्कि मिहिर को स्कूल जाना और पढ़ना कतई पसंद नहीं था |स्कूल जाने से बचने केलिए वह रोज़ नए बहाने बनाता था। स्कूल की छुट्टी मिलने तो वह घर में वह नाचा करता था।

 मोरपाल शादी में भी स्कूल के नीली-खाकी यूनीफॉर्म पहनते दिखाई पड़ता था।लेकिन मिहिर उसे पहनना हमेशा टाल देता था।

 स्कूल में बिताए समय को मोरपाल जीवन के सबसे अच्छा दिन मानता था | लेकिन स्कूल में बिताए समय मिहिर को अपने बचपन का सबसे खराब समझा जाता था। मोरपाल का स्कूल आठवीं कक्षा के बाद छूट जाता है और वह अपने पिता की तरह  खेती-मजूरी करता है।मगर मिहिर ऊँचे पद पर पहूँचता है। यहाँ सामाजिक असमनता का तस्वीर खींच लिया है।

54.फ़िल्म के अंत में छोटू उर्फ कलाम का सपना साकार होता है। अपनी सफलता की बात वह अपनी डायरी में लिखता है। संभावित डायरी लिखें।

उत्तर:

20 जून 2023

रविवार

आज मेरे जीवन में एक अविस्मरणीय दिन था | मैं आज कैसे भूल सकता हूँ? इतना अच्छा दिन जिंदगी में पहली बार आया है। आज सालों का मेरा सपना पूरा हुआ। मेरे दोस्त रणविजय के पिताजी ने मुझे स्कूल में भर्ती हुई। कल उसके के साथ मैं भी स्कूल जाऊंगा । सारे लोगों ने मुझे चोर बुलाया था। उस दिन मैं बहुत रोया था। मुझे राष्ट्रपति कलाम जी को मिलने था। इसलिए सीधे दिल्ली गया था। रास्ते में बहुत मुश्किलें हुआ था। संयोग से दोस्त रणविजय और उसके रिश्तेदारों को मिला। इसलिए आज स्कूल जाने का मौका मिला । अब मन में एक ही वादा है कि अच्छी तरह से पढूँगा और डॉ. कलाम जैसे एक महान व्यक्ति बनूँगा | आज का दिन मुझे कभी नहीं भूल सकता , चाहे कुछ भी हो जाए | भगवान सबका भला करे |


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