1. ‘सकता हूँ’ क्रिया का संबंध किससे है?
(रथ, , मैं, अभिमन्यु,ब्रह्मास्त्र)
उत्तर:
मैं
2. 'लोहा लेना' का मतलब क्या है?
उत्तर
सामना करना
3. ‘सामना करना’ के अर्थ में कवितांश में प्रयुक्त मुहावरा कौन – सा है?
उत्तर:
लोहा लेना।
4. अकेली निहत्थी आवाज़ किसकी है?
उत्तर
अभिमन्यु की
5. टुटा पहिया किसका प्रतिनिधित्व करता है?
उत्तर :
लघुमानव का / उपेक्षित मानव का / आम जनता का
6. अभिमन्यु किसका प्रतीक है?
उत्तर:
अधर्म का विरोधी।
7. वर्तमान प्रसंग में महारथी किसका प्रतीक हो सकता है?
उत्तर:
असत्य या अधर्म का प्रतीक है।
8.' दुस्साहसी अभिमन्यु '- इसमें विशेषण शब्द कौन सा है ?
उत्तर :
दुस्साहसी
9. 'दुरूह चक्रव्यूह '- इसमें 'दुरूह' शब्द क्या है ?
उत्तर :
विशेषण
10. 'ब्रह्मास्त्रों से लोहा ले सकता हूँ’― यह किसका कथन है ।
उत्तर :
टुटा पहिया का
11. 'लेकिन मुझे फैंको मत '- यह किसकी प्रार्थना है ?
उत्तर :
टूटा पहिया का
12. चक्रव्यूह किसका प्रतिनिधित्व करता है?
उत्तर :
जीवन की विषमातायें / आधुनिक समस्याएं
13. हमें किस की उपेक्षा मत करना चाहिए ?
उत्तर
टुटा पहिया को
14.'चक्र' का समानार्थी शब्द कविता से चुनकर लिखें |
उत्तर :
पहिया
15. ब्राह्मस्त्रों से लोहा लेने में किसने अभिमन्यु को मदद की?
उत्तर :
रथ का टूटा पहिया
16. उसके हाथों में ब्राह्मस्त्रों से लोहा ले सकता हूँ | - किसके हाथों में
उत्तर
अभिमन्यु के
17. अकेली निहत्ती आवाज़ किसका विशेषण है ?
उत्तर
अभिमन्यु का
18. 'महारथी' के विशेषण शब्द कविता से चुनकर लिखें |
उत्तर :
बड़े-बड़े
19. टूटा पहिया कविता किसकी रचना है ?
उत्तर :
धर्मवीर भारती की
20. 'कुचल देना' का मतलब क्या है ?
उत्तर :
सर्वनाश करना
21. 'अचानक' का समानार्थी शब्द कविता से चुनकर लिखें |
उत्तर :
सहसा
22. 'सहारा' का समानार्थी शब्द कविता से चुनकर लिखें |
उत्तर:
आश्रय
23. 'प्रवाह' का समानार्थी शब्द कविता से चुनकर लिखें |
उत्तर :
गति
24. टूटे पहिए को क्यों फेंकना नहीं चाहिए?
उत्तर :
जिस चीज को हम आज बेकार समझते हैं और उसे फेंकने की कोशिश करते हैं, वह कल हमको काम आ सकती है |
25. ‘टूटा पहिया’ कविता में कवि ने किस शक्ति की ओर संकेत किया है?
उत्तर:
लघु मानव की / उपेक्षित मानव की
26. इस कविता से कवि क्या प्रतीक्षा करते हैं?
उत्तर :
आजकल समाज में असत्य और अन्याय का बोलबाला है। कवी आशा करता है कि यदि कोई सच्चाई व्यक्ति इसका सामना करने केलिए आगे आता है तो उसकी सहायता के लिए टुटा पहिया यानी लघु मानव होंगे |
27. यह आशावाली पक्ति कविता से चुनकर लिखें |
सत्य का पक्ष टूटे हुए पाहियों का सहारा ले सकता है |
उत्तर :
सच्चाई टूटे पहिए का आश्रय ले |
28. टूटा पहिया कविता की आशय पर एक टिप्पणी लिखें |
उत्तर :
_टुटा पहिया : धर्मवीर भारती_
आधुनिक हिन्दी साहित्य के प्रमुख कवि श्री धर्मवीर भारती की एक प्रतीकात्मक रचना है ‘टूटा पहिया’ | इस कविता में टूटा पहिया लघु और उपेक्षित मानव का प्रतिनिधित्व करता है | यहाँ कवि कहते हैं कि हमें बेकार समझकर टूटे हुए पहिया को फेंकना मत चाहिए | कवि के मत में इस जगह में कोई चीज़ और आदमी बेकार नहीं हैं | जिस चीज को हम आज बेकार समझते हैं और उसे फेंकने की कोशिश करते हैं, वह कल हमको काम आ सकती है |
अपने विश्वास को सिद्ध करने के लिए कवि महाभारत युद्ध का एक प्रतीकात्मक उदाहरण देता है।महाभारत युद्ध में अक्षौहिणी सेनाओं को चुनौती देते हुए अभिमन्यु ने चक्रव्यूह में अकेले ही प्रवेश किया। लेकिन अपने पक्ष को असत्य जानते हुए भी कौरवसेना के महारथियों ने उसे अपने ब्राह्मस्त्रों से कुचल देना चाहते हैं | इस समय निरायुद अभिमन्यु ने अपने रथ के टूटे पहिए को हत्यार बनाकर शत्रुओं का सामना किया।
आजकल समाज में असत्य और अन्याय का बोलबाला है। कवी आशा करता है कि यदि अभिमन्यु जैसे कोई सच्चाई व्यक्ति इसका सामना करने केलिए आगे आता है तो उसकी सहायता के लिए टुटा पहिया यानी लघु मानव होंगे | इसलिए हम टूटा पहिया जैसा लघु मानव को उपेक्षा नहीं करनी चाहिए, यही इस कविता का संदेश है।
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